जेलों में कैदियों की परिजनों से रैगुलर मुलाकात बंद

जेलों में कैदियों की परिजनों से रैगुलर मुलाकात बंद

जेलों में कैदियों की परिजनों से रैगुलर मुलाकात बंद

जेलों में कैदियों की परिजनों से रैगुलर मुलाकात बंद

हरियाणा सरकार ने कोरोना के मद्देनजर लिया फैसला

क्वारंटइन पीरियड में अलग रहेंगे कैदी व बंदी

चंडीगढ़। हरियाणा में बढ़ते कोरोना के मरीजों और इसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के भय के चलते जेलों में बंद कैदियों और बंदियों से परिजनों की रेगुलर मुलाकात पर रोक लगा दी गई है। जेल स्टाफ को भी कम से कम बाहर निकलने के निर्देश जारी किए गए हैं। नए बंदियों को क्वारंटाइन पीरियड में दूसरे बंदियों से अलग रखा जाएगा। 
जेल मंत्री रणजीत सिंह ने रविवार को जारी एक जानकरी में कहा कि प्रदेश में कोरोना पीडि़तों की संख्या में दिनों दिन इजाफा होता जा रहा है और जेलें भी सुरक्षित नहीं हैं। शनिवार को सोनीपत जेल में एक बंदी कोरोना पॉजिटिव मिल चुका है। इसको देखते हुए सरकार और जेल प्रशासन अब सख्त हो गया है। 
रणजीत सिंह ने कहा कि ओमिक्रॉन को लेकर जेल स्टाफ को सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। जेल स्टाफ से भी कहा गया है कि वे बाहरी लोगों से बच कर रहें। जेल में कैदियों और बंदियों के परिजनों व रिश्तेदारों की रेगुलर मुलाकात भी बंद की जा रही है। परिजन फोन पर बात कर सकते हैं। क्योंकि बाहर से वायरस का फैलाव होने की संभावना बढ़ जाती है। नए कैदियों को भी क्वारंटाइन पीरियड पूरा करने के बाद जेलों में लाया जा रहा है। जेल मंत्री ने कहा कि पिछली बार की तरह अगर कैदियों के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश आते हैं तो उन पर अमल किया जाएगा।

अस्पतालों में पूर्व सूचना के नहीं लगेंगे बिजली कट

बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि कोरोना को देखते हुए अस्पतालों को निर्बाध बिजली आपूर्ति के आदेश बिजली निगम को दिए गए हैं। अस्पतालों से पूछे बिना बिजली कटौती नहीं की जाएगी। इसके लिए बाकायदा आदेश जारी कर दिए गए हैं। सरकार कोरोना को देखते हुए हर तरह से पूरी एहतियात बरत रही है। अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाई गई हैं।